Zesstra | 1862697 | 2017-01-31 10:38:27 +0100 | [diff] [blame] | 1 | init() |
| 2 | ====== |
| 3 | |
| 4 | FUNKTION |
| 5 | -------- |
Zesstra | 1862697 | 2017-01-31 10:38:27 +0100 | [diff] [blame] | 6 | |
Zesstra | 90adb4e | 2018-03-07 21:14:31 +0100 | [diff] [blame^] | 7 | public varargs void init(object origin); |
Zesstra | 1862697 | 2017-01-31 10:38:27 +0100 | [diff] [blame] | 8 | |
| 9 | DEFINIERT IN |
| 10 | ------------ |
Zesstra | 1862697 | 2017-01-31 10:38:27 +0100 | [diff] [blame] | 11 | |
Zesstra | 90adb4e | 2018-03-07 21:14:31 +0100 | [diff] [blame^] | 12 | /std/room/description.c |
Zesstra | 1862697 | 2017-01-31 10:38:27 +0100 | [diff] [blame] | 13 | |
| 14 | ARGUMENTE |
| 15 | --------- |
Zesstra | 1862697 | 2017-01-31 10:38:27 +0100 | [diff] [blame] | 16 | |
| 17 | keine |
| 18 | |
| 19 | BESCHREIBUNG |
| 20 | ------------ |
Zesstra | 1862697 | 2017-01-31 10:38:27 +0100 | [diff] [blame] | 21 | |
Zesstra | 90adb4e | 2018-03-07 21:14:31 +0100 | [diff] [blame^] | 22 | init() wird immer dann aufgerufen, wenn ein lebendes Objekt in die |
| 23 | Naehe anderer Objekte bewegt wird oder ein nicht lebendiges Objekt |
| 24 | in die Naehe von Lebewesen gelangt. init() wird dabei in allen |
| 25 | Objekten aufgerufen, bei denen es notwendig ist. |
Zesstra | 1862697 | 2017-01-31 10:38:27 +0100 | [diff] [blame] | 26 | |
Zesstra | 90adb4e | 2018-03-07 21:14:31 +0100 | [diff] [blame^] | 27 | Der Hauptzweck dieser Funktion besteht darin, den Objekten |
| 28 | untereinander ihre jeweiligen Befehle zugaenglich zu machen. |
| 29 | Waehrend dies in anderen MudLibs durch eine Reihe von |
| 30 | add_action()-Aufrufen im Rumpf von init() geschah, geschieht dies in |
| 31 | der MG-MudLib bei Objekten, die /std/thing/commands.c erben |
| 32 | (das sind zB. alle Standardobjekte) quasi automatisch |
| 33 | (dort werden die Befehle dann per AddCmd() im create() angemeldet, |
| 34 | man spart sich die Implementierung von init(). Der andere Weg ist aber |
| 35 | natuerlich immer noch moeglich. |
| 36 | |
| 37 | Der Ablauf der init()-Kette ist wie folgt: |
| 38 | |
| 39 | 1. Ist das Objekt X, welches ins Zielobjekt D bewegt wurde, ein |
| 40 | Lebewesen, so wird in D init() aufgerufen, wobei this_player() auf |
| 41 | X gesetzt ist. |
| 42 | 2. Dann wird fuer jedes Objekt C in D folgendes ausgefuehrt: |
| 43 | |
| 44 | + Ist C ein Lebewesen, dann wird init() in X aufgerufen, wobei |
| 45 | this_player() auf C gesetzt ist. |
| 46 | + Ist X ein Lebewesen, dann wird init() in C aufgerufen, wobei |
| 47 | this_player() auf X gesetzt ist. |
| 48 | |
| 49 | 3. Schliesslich wird in dem Fall, dass D lebendig ist, in X init() |
| 50 | aufgerufen, wobei this_player() auf D gesetzt ist. |
Zesstra | 1862697 | 2017-01-31 10:38:27 +0100 | [diff] [blame] | 51 | |
| 52 | RUeCKGABEWERT |
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Zesstra | 1862697 | 2017-01-31 10:38:27 +0100 | [diff] [blame] | 54 | |
Zesstra | 90adb4e | 2018-03-07 21:14:31 +0100 | [diff] [blame^] | 55 | keiner |
Zesstra | 1862697 | 2017-01-31 10:38:27 +0100 | [diff] [blame] | 56 | |
| 57 | BEMERKUNGEN |
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Zesstra | 1862697 | 2017-01-31 10:38:27 +0100 | [diff] [blame] | 59 | |
Zesstra | 90adb4e | 2018-03-07 21:14:31 +0100 | [diff] [blame^] | 60 | * Wenn man init() ueberschreibt und vergisst, in etwaigen geerbten Programmen |
| 61 | das init() zu rufen, resultiert das in schweren Bugs |
Zesstra | 1862697 | 2017-01-31 10:38:27 +0100 | [diff] [blame] | 62 | |
| 63 | BEISPIELE |
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Zesstra | 1862697 | 2017-01-31 10:38:27 +0100 | [diff] [blame] | 65 | |
Zesstra | 90adb4e | 2018-03-07 21:14:31 +0100 | [diff] [blame^] | 66 | D sei ein Raum, in dem sich das Lebewesen L1 sowie die Gegenstaende |
| 67 | N1 und N2 befinden. |
| 68 | Betritt ein Spieler X diesen Raum, so werden folgende init()s |
| 69 | aufgerufen: |
Zesstra | 1862697 | 2017-01-31 10:38:27 +0100 | [diff] [blame] | 70 | |
Zesstra | 90adb4e | 2018-03-07 21:14:31 +0100 | [diff] [blame^] | 71 | 1. D->init(); // this_player() == X |
| 72 | 2. X->init(); // this_player() == L1 |
| 73 | 3. L1->init(); // this_player() == X |
| 74 | 4. N1->init(); // this_player() == X |
| 75 | 5. N2->init(); // this_player() == X |
Zesstra | 1862697 | 2017-01-31 10:38:27 +0100 | [diff] [blame] | 76 | |
Zesstra | 90adb4e | 2018-03-07 21:14:31 +0100 | [diff] [blame^] | 77 | Gelangt dagegen ein nichtlebendiges Objekt nach D, so sieht das Ganze |
| 78 | wie folgt aus: |
Zesstra | 1862697 | 2017-01-31 10:38:27 +0100 | [diff] [blame] | 79 | |
Zesstra | 90adb4e | 2018-03-07 21:14:31 +0100 | [diff] [blame^] | 80 | 1. X->init(); // this_player() == L1 |
Zesstra | 1862697 | 2017-01-31 10:38:27 +0100 | [diff] [blame] | 81 | |
| 82 | SIEHE AUCH |
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Zesstra | 1862697 | 2017-01-31 10:38:27 +0100 | [diff] [blame] | 84 | |
Zesstra | 90adb4e | 2018-03-07 21:14:31 +0100 | [diff] [blame^] | 85 | :doc:`exit`, :doc:`AddCmd`, :doc:`NotifyInsert` |
Zesstra | 1862697 | 2017-01-31 10:38:27 +0100 | [diff] [blame] | 86 | |
Zesstra | 90adb4e | 2018-03-07 21:14:31 +0100 | [diff] [blame^] | 87 | add_action(E) |
| 88 | |
| 89 | Last modified: 07.03.2018, Zesstra |
Zesstra | 1862697 | 2017-01-31 10:38:27 +0100 | [diff] [blame] | 90 | |